भूकंप और रोग

भूकंप :झज्झर में-12 -9-2018 को 5.43 AM तीव्रता 3.1 'वातज' भूकंप ! 

Monday, Sep 24, 2018 नई दिल्ली/अनुराग जैन। राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाके में गलघोंटू यानी डिप्थीरिया का कहर मासूमों की जान ले रहा है। जीटीबी नगर स्थित महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में 15 दिन में 15 बच्चों की मौत से हड़कंप मच गया है।यूपी के बुलंदशहर, गाजियाबाद और दिल्ली के बच्चे इस रोग का शिकार बन रहे हैं। इस बीमारी के चलते कई बच्चों की मौत भी हो चुकी है।आंकड़ों के मुताबिक वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में डिप्थीरिया से पीड़ित 85 बच्चे भर्ती हैं। इनमें से 6 मरीज दिल्ली के हैं जबकि अन्य उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, बुलंदशहर, सहारनपुर और मुरादाबाद आदि जिलों से यहां लाए गए हैं। बीमार बच्चों के परिजन बेहद चिंतित और परेशान हैं। 23 Sep 2018 09:05 PM IST दिल्ली में गलघोंटू बीमारी से अब तक 18 बच्चों की मौत,राजधानी में 15 दिन के भीतर डिप्थीरिया (गलघोंटू) बीमारी से 18 बच्चों की मौत हो गई।अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार इस माह में डिप्थीरिया से पीड़ित 147 बच्चे किंग्सवे कैंप स्थित महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इनमें यूपी से 122, दिल्ली से 14 और हरियाणा से 11 बच्चे भर्ती हुए हैं।


22 -8 -2016 \14.50 पर दिल्ली में भूकंप आया था !

दूसरा भूकंप 10-9-2016 को 20.57 पर 4.1 तीव्रता का दिल्ली से हरियाणा तक आया था |
 
वेद वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर पता किया तो ये दोनों भूकंपों जल जनित प्रदूषण के कारण प्रकट हुए थे | अतः दिल्ली और हरियाणा में यमुना के किनारे और यमुना जल के संपर्क में रहने वाले लोग जल जनित बड़ी बीमारियों के शिकार हो सकते थे !जमुना नदी के अलावा भी इन क्षेत्रों में तालाब आदि के संपर्क में रहने वाले लोग या गंदे जल का सेवन करने वाले लोग हों या गंदे जल में नहाने वाले लोग इस समय कई बड़ी बीमारियों के शिकार हो सकते थे ऐसा अनुमान मेरे द्वारा प्रकाशित किया गया |

     घटना :इसी क्षेत्र में इसी समय चिकनगुनियाँ का प्रकोप बहुत अधिक बढ़ गया था जिसके बिषय में
16 सितंबर 2016 को बी बी सी लंदन में एक खबर प्रकशित हुई थी -"दिल्ली के कड़कड़डूमा में चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों को लेकर अफ़रातफ़री का मौहाल बना हुआ है. दिल्ली के उत्तर-पूर्व का यह इलाका चिकनगुनिया से सबसे बुरी तरह प्रभावित है|स्थानीय डॉक्टरों के निजी क्लिनिकों में लोगों का तांता लगा हुआ है. हर कोई जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना, सिर दर्द और बुखार की शिकायत कर रहा है.|चिकनगुनिया के मामलों के हिसाब से यह साल दिल्ली का सबसे ख़राब साल रहा है. शहर में अब तक 1000 चिकनगुनिया के मामले दर्ज हो चुके हैं. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक़ अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी हैं.|"

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

अनुमान : वैज्ञानिकों के वक्तव्य लिंक सहित ! 2(इसका उपयोग कर लिया गया !)

13-7-24

mahamari