7 नंवबर 2024 से प्रारंभ हुआ है ,13 फरवरी 2025 से बढ़ना शुरू होगा (कुंभ में सूर्य शनि)15मार्च से(मीन में सूर्य राहु) 14 अप्रैल से 5 मई तक सूर्य के अलग होने से रोग ठहरेगा !5 मई से 17 मई तक मीन में शनि और राहु दोनों ही हैं फिर धीरे धीरे शांत होगा ! 10 जून से 1 अगस्त तक केतु मंगल सिंह राशि में साथ साथ होंगे 18 अगस्त से 18 सितंबर तक सूर्य और केतु सिंह में रहेंगे ! 19 सितंबर 2025 से 24 जनवरी 2026 तक शनि तथा राहु कुंभ राशि में ,इसमें बक्री 19 सितंबर से18 नवंबर तक शनि बक्री रहेंगे | उसके बाद मार्गी होंगे | 14 फरवरी 2026 से सूर्य और 24 फरवरी 2026 से मंगल भी कुंभ राशि में राहु के साथ रहेंगे !15 मार्च 2026 से सूर्य मीन राशि के शनि के साथ आ जाएंगे जबकि मंगल राहु के साथ ही रहेंगे माननीय प्रधानमंत्री जी ! सादर नमस्कार विषय : महामारी की आगामी लहर के विषय में पूर्वानुमान निवेदन हेतु | मह...
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें